कार्तिकेय, गणेश व हनुमान जन्म की कथा सुनने से पूरी होती हैं सभी मनोकामनाएं: स्वामी कमलदास जी बापू।

कार्तिकेय, गणेश व हनुमान जन्म की कथा सुनने से पूरी होती हैं सभी मनोकामनाएं: स्वामी कमलदास जी बापू।

चित्रकूट। श्री परमानन्देश्वर परम धाम महादेव मंदिर, तहसील परिसर कर्वी में चल रही नौ दिवसीय श्री शिवमहापुराण कथा में सातवें दिन श्रद्धालुओं को कार्तिकेय, गणेश और हनुमान जन्म की पवित्र कथा सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। राजस्थान के अलवर से पधारे प्रसिद्ध राष्ट्रीय कथा वाचक, स्वामी कमलदास जी बापू ने इस दिव्य कथा का वाचन किया। उन्होंने कहा कि सच्चे मन से इन पवित्र कथाओं को सुनने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

गणेश जन्म की भव्य झांकी ने मोहा मन

कथा के दौरान गणेश जन्म की भव्य झांकी प्रस्तुत की गई, जिसने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। स्वामी जी ने कथा के माध्यम से बताया कि भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है, और उनकी कथा सुनने से जीवन के समस्त कष्ट समाप्त हो जाते हैं।

स्वामी जी ने दी प्रेरणादायक शिक्षा

कथा के बीच स्वामी जी ने एक प्रेरणादायक प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया कि एक युवक, जो जीवन में बार-बार अपना लक्ष्य बदलता रहा, अंततः असफलता का सामना करता है। महात्मा की प्रेरणा से वह समझ पाया कि एक निश्चित लक्ष्य बनाकर उस पर केंद्रित रहने से ही सफलता प्राप्त होती है। उन्होंने कहा, "जीवन में स्थिरता और समर्पण से ही उन्नति संभव है।"

श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

सातवें दिन की कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। कथा के प्रमुख यजमान अनुसुइया प्रसाद यादव और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पूनम यादव ने विधि-विधान से पूजा अर्चना की। मंदिर के महंत विद्यानंद जी महाराज ने भक्तों का स्वागत किया। कथा में उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालु, विशेष रूप से माताएं और बहनें, स्वामी जी के प्रवचनों से अभिभूत नजर आए।

आस्था और भक्ति का संगम

नौ दिवसीय इस कथा ने चित्रकूट के श्रद्धालुओं को भक्ति और आस्था से भर दिया है। स्वामी जी का प्रवचन न केवल धार्मिक शिक्षा का माध्यम बना, बल्कि जीवन में लक्ष्य और समर्पण का महत्व भी समझाया।

निष्कर्ष

स्वामी कमलदास जी ने कथा के माध्यम से यह संदेश दिया कि भक्ति, समर्पण और एकाग्रता से जीवन के सभी कष्टों का समाधान संभव है। कार्तिकेय, गणेश और हनुमान जन्म की पवित्र कथाएं सुनकर श्रद्धालुओं ने अपने जीवन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर लिया।