विश्व होम्योपैथी दिवस पर गोष्ठी का आयोजन
शिविर में 345 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया
उरई। विश्व होम्योपैथी दिवस पर बृज कुंवर देवी एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल झांसी रोड उरई में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इ स चिकित्सा पद्धति मीठी गोलियों वाली पद्धति है। इसमें असाध्य बीमारियों के ठीक करने की क्षमता है। यह विधि अस्थमा, एलर्जी, अर्थराइटिस जैसी बीमारियों से अच्छा काम करती है। त्वचा के मरीजों के लिए भी यह विधि मुफीद है। होम्योपैथी चिकित्साधिकारी डॉ विकास चतुर्वेदी बताते है कि होम्योपैथी भी इलाज की एक पद्धति है। इसमें लोग अपना इलाज कराते हैं। वह कहते हैं कि होम्योपैथी दवाओं को छोटी- छोटी सफेद और मीठी गोलियों में मिलाकर दिया जाता है। हालांकि यह तरल रूप में भी मिलती है। इसे लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है। इस दवा के सेवन से बीमारी को आज विश्व होम्योपैथी दिवस पर 10 अप्रैल को आज बृज कुंवर देवी एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल झांसी रोड पर ए क शिविर लगाया गया ।डा विवेक चतुर्वेदी ने कहा कि इनकी दवाओं के रखरखाव के लिए सावधानी बरतनी की जरूरत है। इसे सामान्य तापमान में रखना चाहिए। यही नहीं दवाओं के सेवन भी नियमानुसार करना चाहिए। जिस वक्त डॉक्टर दवा के सेवन के लिए कहे, उस वक्त ही दवा का सेवन करना चाहिए। साथ ही जिस तरीके से दवा का सेवन करना चाहिए, वह तरीका भी अच्छी तरह से समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि दवा अच्छा असर करती है। हालांकि यह धीरे- धीरे अपना काम करती है। उन्होंने बताया कि लोगों का होम्योपैथी की ओर रुझान बढ़ा है।
इस अवसर पर बृज कुंवर देवी एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल में होम्योपैथी इलाज से कैसे फायदा होता है की जानकारी डा विवेक चतुर्वेदी, डा प्रियंका ने दी । बाद मे शिविर में 345 बच्चो का परीक्षण किया गया बच्चो को छोटी छोटी सावधानी बरतने इव खान पान ठीक रखने की सलाह दी गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक इं अजय इटौरिया, प्रधानाचार्य सीमा श्रीखण्डे उप प्रधानाचार्य आशीष तिवारी सहित सभी अध्यापक उपस्थित रहे।