पुरा महादेव मंदिर पर ऐतिहासिक मेला 26 व 27 फरवरी को, सकुशल संपन्न कराने हेतु जिलाधिकारी व एसपी द्वारा तैयारियों की समीक्षा

पुरा महादेव मंदिर पर ऐतिहासिक मेला 26 व 27 फरवरी को, सकुशल संपन्न कराने हेतु जिलाधिकारी व एसपी द्वारा तैयारियों की समीक्षा

••महाशिवरात्रि मेला परिक्षेत्र को 5 ज़ोन 12 सेक्टरों में किया विभाजित

••सुरक्षा ,सतर्कता ,स्वच्छता, सड़क , पानी व साफ सफाई की रहेगी बेहतर व्यवस्थाएं

••26 फरवरी को पूर्वाह्न 11.8 पर होगा झंडारोहण

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बागपत।ऐतिहासिक श्री परशुरामेश्वर महादेव मंदिर पर फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि के प्रसिद्ध ऐतिहासिक मेला 25 से 27 फरवरी तक होगा आयोजित।जिलाधिकारी अस्मिता लाल व पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने मंदिर व मेला परिसर का किया स्थलीय निरीक्षण। तैयारियों की समीक्षा के साथ ही मेला परिक्षेत्र को 5 जोन व 12 सेक्टरों में विभाजित किया गया। 

बता दें कि, इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु कावड़िया हरिद्वार एवं विभिन्न स्थानों से पैदल चलकर आते हैं तथा पवित्र गंगाजल लाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। वहीं बागपत के पुरा महादेव मंदिर की मान्यता प्राचीन समय से है। इसी के मद्देनजर तथा प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं की भीड को देखते हुए मेले की तैयारियों के संबंध में जिलाधिकारी ने मेले के दृष्टिगत साफ सफाई व्यवस्था को सुचारू रूप से संपन्न कराए जाने के लिए निर्देशित किया।साथ ही मेला क्षेत्र को 5 ज़ोन व 12 सेक्टर में विभाजित किया गया है, जिसमें साफ सफाई पेयजल आपूर्ति प्रकाश यातायात इत्यादि की व्यवस्था के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है। 

जिलाधिकारी ने कहा कि,मेला परिसर को साफ सुथरा रखना हम सबकी प्राथमिकता है, इस हेतु मेला परिसर में जगह-जगह डस्टबिन लगाए जाने के लिए भी निर्देशित किया गया है। मेले को सकुशल संपन्न कराए जाने के उद्देश्य से संबंधित अधिकारियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है,जिससे कि मेल में श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो। बताया कि, पर्व हेतु झंडारोहण 26 फरवरी को पूर्वाह्न 11 बजकर 8 मिनट पर किया जाएगा । 

उन्होंने कहा कि, कावड़िया व शिव भक्तों को कांवड के रास्ते तथा मेला क्षेत्र में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए ,उनके लिए अच्छे मार्ग की व्यवस्था हो, साथ ही मेडिकल व्यवस्था व पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था भी हो ।इस दौरान जिलाधिकारी ने पुरा महादेव मंदिर परिसर में पक्की मजबूत बैरिकेटिंग को देखा और जलाभिषेक करने में किसी शिव भक्त को भी असुविधा नहीं होने देने की बात कही। उन्होंने कहा, जलाभिषेक के समय जनता एक स्थान पर एकत्रित नहीं होनी चाहिए, आवागमन बना रहे।कहा कि, सभी संबंधित विभागों को जो जिम्मेदारी श्रद्धालुओं की सेवा के लिए दी गई है उसमें कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी ,अपनी ड्यूटी को ईमानदारी के साथ करें अपने से संबंधित स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कर लें।