सिद्ध चक्र विधान, यूक्रेन और रूस की जंग समाप्ति तथा सांसारिक सुख वैभव की प्राप्ति के लिए 2040 अर्घ्य किए समर्पित
संवाददाता मनोज कलीना
बिनौली | बरनावा के श्री चंद्रप्रभ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर में अष्टह्निका पर्व के उपलक्ष्य में चल रहे सिद्धचक्र महामंडल विधान में श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से 2040 अर्घ्य व श्रीफल समर्पित किये।विधान में ब्रह्मचारी प्रदीप पीयूष के निर्देशन में विश्व शांति महायज्ञ सम्पन्न हुआ।
इस बार के महापर्व में भव्य जीवों के पुण्य उदय से आठ दिन की जगह नो दिन अष्टह्निका महापूजा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। आठवां दिन होने पर सहस्रनाम विधान के माध्यम से एक हज़ार चौबीस अर्घ्य कोरोना महामारी के निवारणार्थ एवं सांसारिक सुख वैभव की प्राप्ति सभी भव्य आत्माओं को प्राप्त हो, इसी उद्देश्य को लेकर समर्पित किए गए।
इस दौरान यूक्रेन रूस का युद्ध विराम हो तथा शांति हो इस भावना को लेकर भी भगवान की पूजा विधान की गई।
बादामी देवी जैन, कृष्णा देवी, सरिता, पूनम , विशांत , पंकज , संदीप , विनेश , ऋषभ जैन आदि मौजूद रहे।