बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन लामबंद,जिलाधिकारी ने माताहतों को दिये निर्देश

बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन लामबंद,जिलाधिकारी ने माताहतों को दिये निर्देश

महेंद्र राज (मण्डल प्रभारी)

उन्नाव 24 मई 2024 (सू.वि) जिलाधिकारी श्री गौरांग राठी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में बाढ़ राहत योजना-2024 की तैयारियों के संबंध में बैठक सम्पन्न हुई। 

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जनपद उन्नाव में तहसील सदर, सफीपुर, बांगरमऊ एवं बीघापुर में गंगा एवं सई नदी से सम्भावित बाढ़ में राहत पहुचाएं जाने के उद्देश्य से बाढ़ चैकियों को सक्रिय एवं क्षेत्रीय मल्लाहों तथा नावों की सूची तैयार कर बाढ़ आने पर तत्काल राहत हेतु सहायता उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया है कि बाढ़ हेतु जनपद उन्नाव सवेदनशील जनपदों में आता है। इसके लिए पूर्व में समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं। बाढ़ राहत योजना वर्ष 2024 के अन्तर्गत भौगोलिक स्थिति, बाढ़ चेतावनी, जनपद बाढ़ स्तर, पिछले 20 वर्षों में बाढ़ की स्थिति, बाढ क्षेत्रों में अनुश्रवण हेतु, स्टीयरिंग ग्रुप का गठन, बाढ़ नियंत्रण कक्ष, बाढ़ केन्द्र एवं उप केन्द्र व बाढ़ सम्बन्धी सूचनाओं के संबंध में विस्तार से चर्चा की गयी। 

बैठक में बाढ़ प्रबन्धन के संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार की प्राथमिकताएं एवं कार्यवाहियों से संबंधित चर्चा करते हुए बाढ़ से पूर्व की जाने वाली तैयारियां, बाढ़ के दौरान की जाने वाली तैयारियां, बाढ़ के उपरान्त की जाने वाली कार्यवाहियों पर चर्चा की गयी। इस संबंध में सिंचाई विभाग/लघु सिंचाई विभाग, नगर विकास विभाग, खाद्य एवं रसद विभाग, पंचायतीराज ग्राम विकास विभाग, पुलिस विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, कृषि एवं उद्यान विभाग, पशुधन विभाग तथा ऊर्जा विभाग आदि विभागों के अधिकारियों को बाढ़ राहत हेतु योजनाएं तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। 

बचाव कार्यों हेतु नाविकों की सक्रियता के निर्देश

जिलाधिकारी द्वारा बाढ़ में यातायात के साधनों की समीक्षा करते हुए सदर तहसील में 185,सफीपुर में 27,बीघापुर में 21 तथा बांगरमऊ में 43 नावों के नाविकों को सक्रिय किए जाने हेतु निर्देशित किया।इसके साथ ही पीएसी की सहायता,सैनिक सहायता, बाढ़ सहायता कार्यो में जन सहयोग,राहत सामग्री आपूर्ति, राहत सामग्री पहुॅचाने की व्यवस्था,बाढ़ संबंधी सूचना प्रसारण,बाढ़ से हुई क्षति के आकड़ों का प्रेषण, चिकित्सा व्यवस्था,वर्षा के आकडे,नदियों का जलस्तर,बाढ़ संबंधी सूचनाओं का प्रेषण तथा जल प्लावित क्षेत्र में पानी की निकासी व्यवस्था व सड़क कटान/रोकथाम के संबंध में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा की गयी। उन्होंने तहसील बांगरमऊ एवं सफीपुर में अलग-अलग जल स्तर पर प्रभावित होने वाले गांवों को विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश उप जिलाधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं एवं खाद्य सामग्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ के समय तत्काल उपलब्ध करायी जाए। गंगा नदी से होने वाले 05 सबसे बडे कटानों में नया पुरवा, हिन्दुपुर, दबोली बाजार, शुक्लागंज एवं गढेवा में होने वाले कटान को रोकने के उद्देश्य से व्यवस्थाएं दुरूस्त की जाएं।

बैठक में अपर जिलाधिकारी(वि0/रा0) नरेन्द्र सिंह,जिला विकास अधिकारी संजय पाण्डेय,उप निदेशक कृषि मुकुल तिवारी,मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा.शिवमूर्ति प्रसाद,जिला पूर्ति अधिकारी राज बहादुर सिंह,अधिशाषी अभियंता शारदा नहर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।