कलियुग में शिवमहापुराण सुनना ही मोक्ष का मार्ग – राष्ट्रीय संत स्वामी कमलदास जी बापू।

कलियुग में शिवमहापुराण सुनना ही मोक्ष का मार्ग – राष्ट्रीय संत स्वामी कमलदास जी बापू।

बांदा। श्री लइना बाबा सरकार धाम की विशेष कृपा से महाकुंभ के उपलक्ष्य में आयोजित नौ दिवसीय श्री शिवमहापुराण कथा के आठवें दिन श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। राजस्थान के अलवर से पधारे राष्ट्रीय कथा वाचक राष्ट्रीय संत स्वामी कमलदास जी बापू ने भक्तों को हनुमान जन्म की अद्भुत कथा सुनाई।

बापू जी ने कहा, "हनुमान जी स्वयं भगवान शिव के अवतार हैं। कलियुग में शिवमहापुराण सुनना ही जीव के उद्धार का एकमात्र साधन है।" उनके वचनों से पूरा पंडाल भक्तिरस में डूब गया।

भक्तों ने भाव-विभोर होकर सुनी कथा

आज की कथा में विशेष रूप से श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचे। मुख्य यजमान प्रमोद सोनी व उनकी धर्मपत्नी रुचि सहित अन्य श्रद्धालु राजू जी (धर्मपत्नी रानी), भोला प्रसाद सोनी (धर्मपत्नी किशोरी), प्रेमचंद सोनी (धर्मपत्नी कौशल्या), रामबाबू सोनी (धर्मपत्नी मुन्नी), रामशरण सोनी (धर्मपत्नी जमुना), राकेश सोनी (धर्मपत्नी सरगम), विष्णू सोनी, अनूप सोनी, बाबूलाल कुशवाहा, दादूलाल सिंह, लक्ष्मीकांत, दिनेश सोनी, झूल्लू तिवारी, बूदा तिवारी, हीरामन पयासी और एसडीएम कॉलोनी, कर्वी से पधारे अनुसुइया प्रसाद यादव (धर्मपत्नी पूनम) सहित सैकड़ों भक्तजन उपस्थित रहे।

श्रद्धालु कथा के हर प्रसंग पर "हर-हर महादेव" और "जय श्री राम" के उद्घोष से माहौल को भक्तिमय बना रहे थे। महिलाओं ने शिव आराधना में भजन गाकर वातावरण को पवित्र कर दिया।

कल होगा कथा का समापन

आयोजकों के अनुसार, नौवें और अंतिम दिन कथा का भव्य समापन होगा, जिसमें भगवान शिव और पार्वती विवाह प्रसंग का वर्णन किया जाएगा। इस दौरान महाप्रसाद वितरण का आयोजन भी होगा।

➡ शिवमहापुराण कथा का दिव्य आनंद लेने के लिए सभी श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया गया है।