रामराज्य के स्वप्न को साकार करने के लिए सहयोगी, संवेदनशील, सदाचारी तथा विद्वेष रहित राजनेताओं की अपेक्षा : राजेन्द्र शर्मा
निर्भय आश्रम के पुनरुद्धार व राम दरबार की स्थापना पर की गई सर्वे भवन्तु सुखिनः की कामना
संवाददाता मो जावेद
बडौत | राम के आदर्श, सौहार्द, संस्कृतियों का सम्मान और समन्वय के गुणों के साथ ही सहयोगी, संवेदनशील तथा सदाचारी राजनेताओं के माध्यम से ही देश में महात्मा गांधी के रामराज्य की स्थापना सम्भव | नगर के प्राचीन निर्भय आश्रम के पुनरुद्धार व राम दरबार की स्थापना के अवसर पर एनएएस मेरठ के ट्रस्टी व पूर्व विधायक राजेन्द्र शर्मा ने यह बात कही |
रालोद के राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि, राम ने शत्रुता या विद्वेष को बढ़ावा न देकर मित्रता और सद्व्यवहारी को अपनाते समय उनकी संस्कृति को कभी महत्व नहींं दिया | देश के राजनीतिक पटल पर भी ऐसे राजनेताओं का होना अपेक्षित है |
राम दरबार की स्थापना से पूर्व महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में मौजूद निर्भय आश्रम में स्वामी निर्भयानंद के तैलीय चित्र का अनावरण पूर्व विधायक राजेन्द्र शर्मा द्वारा किया गया तथा पंडितों द्वारा यज्ञ के माध्यम से बाहरी और आंतरिक वातावरण की शुद्धता के साथ ही राम दरबार की स्थापना, वस्त्र आभूषण, आरती उतारते हुए नैवेद्य चढाया गया | वहीं मेरठ के वरिष्ठ अधिवक्ता पंकज शर्मा तथा एनएएस ट्रस्ट के सचिव अमित शर्मा ने निर्भय आश्रम के पुनरुद्धार और राम दरबार की स्थापना पर हर्ष व्यक्त किया व शुभकामनाएं दी |
इस अवसर पर यशपाल पाराशर, दीपांशु शर्मा, पं वेदप्रकाश, सुभाष बावली, मनीष भारद्वाज, तरुण, संतोष, ऋषि, प्रमोद आदि ने वेद मंत्रोच्चार करते हुए सर्वे भवन्तु सुखिनः की प्रार्थना की गई |