योग साधना व महर्षि दयानंद के उपदेशों से दिव्य ऊर्जा की प्राप्ति, इतिहास के स्वर्णिम पन्नों पर नारी की गौरवगाथा : रवि शास्त्री

योग साधना व महर्षि दयानंद के उपदेशों से दिव्य ऊर्जा की प्राप्ति, इतिहास के स्वर्णिम पन्नों पर नारी की गौरवगाथा : रवि शास्त्री

संवाददाता आशीष चंद्रमौली


बडौत | जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वाधान में चौ केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल में आर्य वीरांगना योग एवं चरित्र निर्माण के लिए आवासीय शिविर के दूसरे दिन शिक्षिका सुमेधा आर्या ने बेटियों को यज्ञ करना सिखाया। पीटी, सूर्य नमस्कार, भूमि नमस्कार एवं जूडो कराटे का बेटियों को अभ्यास कराते हुए कहा ,जब तक बेटियां सशक्त नहीं होंगी, तब तक देश का भविष्य अंधकार में रहेगा, जिसके लिए योग की दिव्य ऊर्जा से उद्भूत शारीरिक शक्ति होना आवश्यक है।

शिविर के संयोजक रवि शास्त्री ने कहा, आलस्य को त्यागें और अपने अंदर गुणों की वृद्धि करें। जीवन को विनम्र बनाएं बेटियां।जिला सभा मंत्री ने बेटियों को राष्ट्र निर्माण में नारी की भूमिका अति महत्वपूर्ण बताई और कहा,शारीरिक एवं आत्मिक रूप से नारी का सशक्त होना आवश्यक है। नारी केवल जननी ही नहीं होती ,वरन वह निर्माता भी होती है। माता द्वारा बचपन में दिए गए संस्कार ही बच्चे के भावी जीवन को दिशा प्रदान करते हैं। 

बताया कि, इतिहास इस बात का साक्षी है, माता जीजाबाई ने बचपन में शिवाजी को अच्छे संस्कार देकर राष्ट्रभक्त तैयार किया। इस अवसर पर योगाचार्य हेमेंद्र देव, धर्मपाल त्यागी, रामपाल तोमर, आचार्य धर्मवीर आर्य, कपिल आर्य, सुरेश आर्य, इंद्रपाल आर्य, रवि प्रधान ,सरिता आदि उपस्थित रहे।