बलवा बाइपास पर फिर हुई दुर्घटना, आधा दर्जन साधु घायल

पिकअप और इक्को गाडी की भिडंत से हुआ हादसा, मचा हडकंप
उत्तेजित ग्रामीणों ने हाइवे पर लगाया जाम, मौके पर पहुंची पुलिस
कोतवाली प्रभारी ने समझा बुझाकर कराया शांत, जल्द समाधान का आश्वासन
शामली। बलवा बाईपास पर रविवार को हुई दुर्घटना में महिला की मौत व चार लोगों के घायल होने के बाद सोमवार को एक बार फिर उसी पाइंट पर हुई एक अन्य दुर्घटना में हरियाणा के पानीपत से आए करीब आधा दर्जन साधु गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इस घटना सेग्रामीणों में भी आक्रोश फैल गया और उन्होंने मौके पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना से पुलिस विभाग में भी हडकंप मच गया। कोतवाली प्रभारी व पुलिस फोर्स तुरंत मौके पर पहुंची तथा उत्तेजित ग्रामीणों कोकिसी तरह समझा बुझाकर शांत किया।
जानकारी के अनुसार शहर को जाम से निजात दिलाने व बाहर से आने वाले यात्रियों को जाम से जूझना न पडे, इसके लिए प्रशासन द्वारा शहर में बाईपास का निर्माण कराया गया है, इन बाइपास पर अभी तक यातायात सुचारू नहीं किया गया है लेकिन वाहन चालक आए दिन इन बाईपास से निकल रहे है। रविवार को बलवा बाईपास पर रोडवेज बस द्वारा कार में टक्कर मार दिए जाने से सहारनपुर के गंगोह रस्म तेहरवीं में जा रहे एक परिवार की महिला की मौत हो गयी थी जबकि ढाई साल की बच्ची सहित चार लोग घायल हो गए थे। सोमवार की सुबह भी इसी पाइंट पर एक और दुर्घटना घटी। बताया जाता है कि सोमवार की सुबह करीब पांच बजे कुछ साधु एक गाडी में सवार होकर जा रहे थे। जब वे बलवा बाईपास पर पहुंचे तभी सामने से आ रही तेज रफ्तार की पिकअप से उनकी गाडी की आमने-सामने की जोरदार भिडंत हो गयी जिससे गाडी में सवार आधा दर्जन लोग जो साधु बताए जा रहे हैं, गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल महावीर दास, बलवान, रामचंद, अमरसिंह, बलराम दास और अमरपाल सिंह हरियाणा के पानीपत के निवासी बताए जा रहे हैं जो पानीपत से हरिद्वार आश्रम में जा रहे थे। घायलों की चीख पुकार सुनकर आसपास मौजूद लोग तुरंत मौके पर पहुंचे तथा गाडी में फंसे साधुओं को किसी तरह बाहर निकाला तथा अस्पताल भिजवाया। इस घटना से ग्रामीणों में भी आक्रोश फैल गया। सूचना पर भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए और उन्होने हाइवे पर जाम लगा दिया जिससे हाइवे के दोनों ओर वाहनों की लाइन लग गयी। जाम लगने की सूचना से पुलिस विभाग में भी हडकंप मच गया। कोतवाली प्रभारी नेमचंद सिंह व अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बलवा बाईपास पर अभी तक प्रशासन द्वारा कोई भी संकेतक नहीं लगाए गए हैं जिससे लोग रास्ता भटक रहे हैं और यहां दुर्घटनाएं हो रही है। रविवार को भी हुई एक दुर्घटना में एक महिला की मौत हो गयी थी जबकि चार अन्य लोग घायल हो गए थे। ग्रामीणों ने कहा कि या तो इस बाईपास को पूरी तरह बंद कर दिया जाए अन्यथा पर संकेतक बोर्ड लगाए जाएं। कोतवाली प्रभारी ने ग्रामीणों की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने तथा जल्द से जल्द समाधान कराने का आश्वासन दिया।