बकाया गन्ना भुगतान विकट समस्या से जूझते किसान भूखमरी के कगार पर: प्रमेन्द्र तोमर

बकाया गन्ना भुगतान विकट समस्या से जूझते किसान भूखमरी के कगार पर: प्रमेन्द्र तोमर

संवाददाता नीतीश कौशिक

बडौत |राष्ट्रीय लोक दल के पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं सक्रिय कार्यकर्ता प्रमेंद्र तोमर का कहना है कि, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बकाया गन्ना भुगतान किसानों की विकट समस्या बनी हुई है | समय से गन्ना भुगतान न होने के कारण किसान अपनी अनेक समस्याओं से जूझ रहा है, अगर प्रदेश सरकार किसानों का बकाया गन्ना भुगतान समय रहते नहीं करती, तो किसानों को सड़कों पर उतरने के अलावा और कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है |

कहा कि, सवा साल देर से ही सही ,प्रदेश सरकार को किसानों का बकाया गन्ना भुगतान अब तो कर देना चाहिए | चुनावी दौर में किसानों का बकाया गन्ना भुगतान का पेमेंट 14 दिन के अंदर करने का सरकार ने निर्णय लिया था ,मगर सरकार अपने निर्णय पर कायम नहीं रही ,इसलिए किसान अपना दुखड़ा रो रहा है, जबकि किसानों के आंसू पोछने वाला भाजपा सरकार में कोई नजर नहीं आ रहा है , इसलिए किसान अपना दुखड़ा किसके सामने रोएं, यह भी किसानों की विकट समस्या है |

वार्ता के दौरान प्रमेंद्र तोमर ने कहा कि, किसानों के धैर्य की परीक्षा बहुत हो चुकी, मेहनत के बाद भी हिस्से में आए आंसू रोते रोते किसान टूट चुका है, किंतु सरकार की नींद नहींं टूटी | रालोद ने गन्ना मूल्य निर्धारण के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लेखन का अभियान चलाया है, किसान उत्साहित होकर अभियान से जुड रहा है, जो भाजपा के लिए खतरे की घंटी साबित होगा |