आयुर्वेदिक संस्थानों को भी जनपद में निवेश के लिए किया प्रोत्साहित, 12 करोड़ के प्रस्ताव मिले
संवाददाता नीतीश कौशिक
बडौत | जनपद में आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में जनपद के चिकित्सकों व संस्थान मालिकों को भी निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया गया | वहीं क्षेत्रीय आयुर्वेदिक व यूनानी अधिकारी डा मोनिका गुप्ता के प्रयास व योजनाओं से दवा उत्पादकों ने निवेश करने का मन बनाया | अभी तक दो संस्थानों की ओर से 12 करोड़ का निवेश करने के लिए योजना प्रस्ताव देने की तैयारी की है |
अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला के निर्देशन और जिलाधिकारी डॉ राजकमल यादव के मार्गदर्शन में भारतीय ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डॉ मोनिका गुप्ता ने आयुष फार्मेसी और कॉलिज संचालको की बैठक का आयोजन किया एवं प्रदेश सरकार की आयुष क्षेत्र मे इन्वेस्टमेंट की नीतियों से अवगत कराया |
इस बैठक में इन्वेस्टमेंट करने पर सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं से अवगत कराया, जिसपर कल्याण हेल्थ केयर प्रोडक्ट फार्मास्युटिकल लि के फाउंडर डा योगेश जिंदल ने आयुष कलस्टर योजना ,जिसमें कॉमन फेसिलिटी सेंटर एवं हर्बल बैंक के लिए 10 करोड़ का प्लान रखा वहीं आत्रेय फार्मेसी के श्रवण मिश्रा ने आयुष मार्ट के लिए प्लान रखा, जिसमें 2 करोड़ का इन्वेस्टमेंट होगा |
दूसरी ओर क्षेत्रीय आयुष्य अधिकारी डा मोनिका गुप्ता द्वारा निवेश के मद्देनजर सरकार और विभाग की ओर से दी जा रही सुविधाओं के आधार पर दूसरे संस्थान भी अपनी योजना बनाने में जुट गए हैं |
बैठक में राजश्री ड्रग्स के डा अनिल तोमर, होस्टन बायोटेक के डा आरपी सिंह, देवभूमि फार्मा के सुमित शर्मा, मयंक खंडेलवाल, डा विकास वशिष्ठ, डा बालेश सहित दर्जनों आयुर्वेदिक निवेशक मौजूद रहे |