"एक पेड़ मां के नाम" अभियान का शुभारंभ: पर्यावरण संरक्षण में न्यायपालिका का अनूठा योगदान
चित्रकूट। जिला न्यायालय परिसर में सोमवार को जनपद न्यायाधीश विकास कुमार प्रथम ने पौधारोपण कर "एक पेड़ मां के नाम" ग्लोबल अभियान का औपचारिक शुभारंभ किया। यह अभियान उच्च न्यायालय इलाहाबाद और न्याय एवं विधि मंत्रालय, भारत सरकार की पहल है, जो मातृभूमि और पर्यावरण संरक्षण के प्रति सम्मान का प्रतीक है।
जनपद न्यायाधीश ने इस अवसर पर कहा, “यह अभियान न केवल हमारी मां के प्रति प्रेम और आदर को व्यक्त करता है, बल्कि पर्यावरण को सुरक्षित और हरित भविष्य के निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम भी है। प्रत्येक नागरिक को अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाना चाहिए। यह न केवल एक स्थायी स्मृति बनेगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण भी प्रदान करेगी।”
कार्यक्रम में नोडल अधिकारी अपर जिला जज नीलू मैनवाल ने धरती को मां का स्वरूप बताते हुए कहा, “धरती का श्रृंगार हरियाली है। ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण संकट से निपटने के लिए हमें पौधारोपण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से न केवल पर्यावरण संरक्षण होगा, बल्कि जल-जंगल-जमीन और जीवों के संरक्षण में भी मदद मिलेगी।”
इस अवसर पर न्यायपालिका के अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों और विशेष न्यायाधीशों ने भी अपनी मां के नाम पर पौधे लगाए। प्रमुख रूप से अपर जिला जज अनुराग कुरील, विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट रेनू मिश्रा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेंद्र प्रसाद भारती, सिविल जज सीनियर डिवीजन सचिन कुमार दीक्षित, सिविल जज एफटीसी सोनम गुप्ता और सिविल जज जूनियर डिवीजन सैफाली यादव उपस्थित रहे।
अभियान के तहत सभी न्यायिक अधिकारियों और कर्मचारियों से आह्वान किया गया कि वे इस पहल का हिस्सा बनें और अपनी मां के नाम पर पौधारोपण कर धरती को हरित और समृद्ध बनाने में योगदान दें।