चित्रकूट में रैन बसेरों की व्यवस्थाओं पर सवाल, कुरील ने की मुख्यमंत्री से जांच की मांग।
चित्रकूट: चित्रकूट धाम में श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए बनाए गए अस्थायी रैन बसेरों में सुविधाओं की भारी कमी पर सामाजिक कार्यकर्ता रमेश चंद्र कुरील ने कड़ी आपत्ति जताई है। कुरील ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इन रैन बसेरों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है, ताकि आगामी प्रयागराज महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं का आर्थिक शोषण न हो सके।
कुरील ने कहा कि नगर पालिका परिषद द्वारा बनाए गए अस्थायी रैन बसेरे घटिया सामग्री से बनाए गए हैं। इन रैन बसेरों में 15 वर्ष पुरानी पन्नी का इस्तेमाल किया गया है, और यात्रियों के लिए रात्रि विश्राम की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। कर्वी बस स्टैण्ड के पास स्थित रैन बसेरे में विशेष रूप से कोई सुविधाएं नहीं हैं, जो यात्रियों के लिए असुविधाजनक साबित हो रही हैं।
इसके अलावा, कुरील ने आरोप लगाया कि नगर पालिका परिषद ने सीतापुर स्थित रैन बसेरा अपने चहेते ठेकेदारों को सौंप दिया है, जो यात्रियों से अवैध वसूली कर रहे हैं। यह स्थिति न केवल यात्रियों के लिए कष्टकारी है, बल्कि धार्मिक यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं का शोषण भी हो रहा है।
कुरील ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह इन रैन बसेरों की तत्काल उच्चस्तरीय जांच कराएं, ताकि इस मामले में सुधार किया जा सके और श्रद्धालुओं के साथ किसी भी तरह के अनुचित व्यवहार को रोका जा सके।
चित्रकूट, जो प्रभु श्रीराम की तपोभूमि है, अब लाखों श्रद्धालुओं का आस्थास्थल बन चुका है, और ऐसे में रैन बसेरों की बेहतर व्यवस्था की आवश्यकता और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।