वर्तमान सत्र के लिए गन्ने का मूल्य घोषित करने में देरी से रालोद और किसानों में असंतोष, अपनाएंगे आंदोलन की राह

वर्तमान सत्र के लिए गन्ने का मूल्य घोषित करने में देरी से रालोद और किसानों में असंतोष, अपनाएंगे आंदोलन की राह

ब्यूरो डा योगेश कौशिक

बागपत | वर्तमान गन्ना पेराई सत्र के लिए गन्ना मूल्य की घोषणा, आवारा पशुओं पर नियंत्रण के उपाय तथा पिछले सत्र का बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान के मुद्दे पर रालोद , भाजपा सरकार द्वारा की जा रही देरी के चलते किसान संदेश अभियान के तहत अब आंदोलन व धरना प्रदर्शन की रणनीति अपनाएगा | रालोद के जिलाध्यक्ष रामपाल धामा ने आज इसकी घोषणा भी कर दी |

जिलाध्यक्ष रामपाल धामा ने बताया कि,रालोद सुप्रीम व राज्यसभा के सांसद चौ जयंत सिंह के आह्वान पर चल रहे किसान संदेश अभियान के अंतर्गत 31 जनवरी तक जो भी पत्र किसानों से भरवाए जा रहे हैं ,वह पत्र जिलाधिकारी बागपत के माध्यम से भेजे जाएंगे तथा उसी दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम राष्ट्रीय लोक दल के नेतागण, कार्यकर्ता और किसान एक ज्ञापन भी उन्हें देंगे ,जिसमें गन्ने का लाभकारी मूल्य घोषित करने ,छुट्टा पशुओं का समाधान , पुराना गन्ने का बकाया भुगतान तुरंत किए जाने की मांग होगी |

 

रालोद जिलाध्यक्ष ने बताया कि, उक्त तीनों मांगों को ,अगर 5 फरवरी तक पूरा नहीं किया गया, तो राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ता 7 फरवरी को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन करेंगे और उत्तर प्रदेश सरकार को यह तीनों मांगे मानने के लिए मजबूर करेंगे | 

एक सवाल के जवाब में रालोद नेता ने कहा कि गन्ना मूल्य की घोषणा का मतलब है कि, लाभकारी मूल्य की घोषणा हो, अन्यथा किसान संदेश अभियान के तहत जागरूक हुआ किसान अपनी एकजुटता के आगे सरकार को इसके लिए मजबूर कर देगा |