•प्रदेश की 200 विधानसभा से होकर निकलेगी यात्रा
•• मछुआ समाज की सभी 17 उपजातियों को जोड़ने व योजनाओं का लाभ दिलाने का संकल्प: संजय निषाद
ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक
बागपत।निषाद पार्टी के तत्वाधान में निकाली जा रही संवैधानिक अधिकार यात्रा पाँचवे दिन जनपद बागपत में पहुँची। यात्रा आज बडौत के निरीक्षण भवन से शुरू होकर बावली रोड, मेन बाज़ार ,दिल्ली अड्डा हाईवे, छपरौली चुंगी से गायत्री कॉलेज , मलकपर होते हुए जौनमाना से ढिकाना,लुहारी, खामपुर, फ़ेज़पुर , निनाना व गौरीपुर काँठा से खेखडा तक निकली गई।
निषाद पार्टी द्वारा सहारनपुर के माँ शाकुंभरी देवी शक्तिपीठ से यह संवैधानिक अधिकार यात्रा शुरु की गई ,जिसका नेतृत्व निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद
कर रहे हैं। इस अवसर पर पार्टी सुप्रीम संजय निषाद ने कहा कि, निषाद पार्टी की स्थापना देश व प्रदेश के मछुआ समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए की गई थी।कहा कि, संवैधानिक अधिकार यात्रा प्रदेश के सभी 18 मण्डल, 200 विधानसभा में जाएगी। तीन चरणों में निकाली जा रही इस यात्रा का अंतिम पड़ाव नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंदौर स्टेडियम में समान समारोह के साथ किया जाएगा।
केबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में मछुआ समाज की अनदेखी की वजह से उन्हें निषादपार्टी बनाने का फ़ैसला लेना पड़ा था। प्रदेश में मछुआ समाज की सभी उपजातियों को एकजुट करने के लिए यात्रा निकाली जा रही है, क्योंकि उत्तर प्रदेश सेंसर मैनुएल 1961 के तहत प्रदेश में मझवार व तुरैहा को अनुसूचित जाति का अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने भारत के संविधान में सूचीबद्ध मझवार और तुरैहा नाम से अंकित अनुसूचित जाति का लाभ निषाद समेत अन्य 17 उपजातियों को नहीं मिल पाने के मुद्दे को अपनी प्राथमिकता मानते हुए, समाज को एकजुट करना शुरू किया और तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार ने समक्ष पूर्ववर्ती केंद्र व राज्य सरकार द्वारा मछुआ समाज के साथ हुए अन्याय व पक्षपातपूर्ण रवैये को रखने का काम किया।
प्रदेश सरकार में मंत्री श्री निषाद ने कहा कि, 1990 में तत्कालीन केंद्र सरकार ने संसद में बिना किसी बहस कराये संविधान में सूचीबद्ध मझवार और तुरैहा को बाहर किया गया था।कहा कि ,यात्रा के माध्यम से प्रदेश के कश्यप, निषाद, केवट, बिंद, मल्लाह, कहार, धीवर, बाथम समेत अन्य 17 उपजातियों का अनुसूचितजाति का लाभ नहीं मिल जाने तक समाज को एकजुटता दिखानी होगी। रथ यात्रा निकालने की संकल्पना को लेकर बताया कि, प्रदेश के निषाद, कश्यप समेत अन्य 17 पिछड़ी जातियों के उत्थान के लिया योजना बनाई थी, क्योंकि पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा प्रदेश की निषाद, केवट, मल्लाह, बिंद, कश्यप समेत अन्य जातियों के साथ भेदभाव किया गया था। कहा कि, प्रदेश में निषाद समाज की दिशा-दशा अनुसूचित जातियों से भी बदतर थी और पूर्ववर्ती सरकारों ने अपने समाज की जातियों को खुश करने के लिए निषाद समाज को फुटबॉल समझकर मछुआ समय को अनुसूचितजाति में होने का बाद भी कभी अनुसूचित जाति को मिलने वाले लाभ से वंचित रखा।ऐसे में निषाद पार्टी के गठन से बाद से उत्तर प्रदेश की बहुसंख्यक आबादी को निषाद पार्टी के बैनर तले लामबंद करके, केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ मछुआ समय को दिलवाने के लिए किया रहा है।
कहा कि ,निषाद पार्टी प्रदेश सरकार में सहयोगी पार्टी है और जबसे वह मंत्री बने हैं, प्रदेश के मछुआ समाज के हित में लगातार कार्य किए जा रहे हैं। मत्स्य विभाग की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मछुआ समाज को प्रथमकिता से दिया जा रहा है।रथ यात्रा के माध्यम से कश्यप-निषाद-मछुआ बाहुल्य ग्राम समाज को जोड़ने का काम किया जायेगा, साथ ही मत्स्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा।