नई शिक्षा नीति गरीबों के हित के बदले पूंजीपतियों के हितों के अनुरूप, पुरानी पैंशन बुढापे का सहारा : डॉ अरुण कुमार
ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक
बडौत | नगर के जनता वैदिक कालेज में अखिल भारतीय विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ के महासचिव डा अरूण कुमार ने कहा कि ,शिक्षक समाज का पथ प्रदर्शक है।शिक्षकों के हित की रक्षा के लिए एक जुट होकर हम आगे काम करेंगे । नई शिक्षा नीति 2020 का विरोध करने हुए कहा कि ,महत्वपूर्ण पक्ष से बात किए बिना तथा पार्लियामेंट में पास कराये बिना एनईपी 2020 लागू करना गलत है तथा ग़रीबों को शिक्षा के मौलिक अधिकार से वंचित कर पूँजीपतियों का ग़ुलाम बनाने की ओर क़दम |
कहा कि,बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन स्कीम लागू होनी चाहिए और हम सबको मिलकर अपनी माँगो को सरकार के समक्ष रख कर उन्हें पूरा करवाना संगठन की प्राथमिकता है | बताया कि,शिक्षण कार्य करने वाले साथियों के लिए समान सेवा शर्तें लागू करवाना आदि समस्याओं को लेकर 17,18,19 मार्च को कुरुक्षेत्र में एकेडमिक कॉन्फ़्रेन्स का आयोजन हो रहा है ,जिसमें विषय विशेषज्ञों द्वारा शिक्षा जगत से जुड़े हुए शिक्षकों के हक़ से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे और प्रस्ताव पास कर सरकार के साथ संघर्ष कर अपनी बात मनवाने के लिए तैयार होंगे ।
कार्यक्रम का संचालन डा गीता रानी ने किया । कार्यक्रम में डा गजेंद्र प्रताप सिंह, डा मुनेश,डा नीलम राणा,डा रश्मि निगम,डा मालती,डा शीतल बांगा, डा पूनम मलिक,डा उर्वेन्द्र ,डा देवेश गुप्ता,डा मनोज कुमार शर्मा,डा राकेश आत्रेय,डा प्रशान्त यादव आदि उपस्थित रहे ।