स्वतंत्रता सेनानी लाला अर्जुन सिंह के संस्कार प्रेरणा देते रहेंगे : ओमपाल आर्य
गांधी जी की प्रेरणा से आजादी के आंदोलन में किया था सक्रिय योगदान, गिरफ्तार होने पर नही मांगी थी माफी
संवाददाता नीतीश कौशिक
बागपत | जीवन पर्यंत महर्षि दयानंद सरस्वती के सिद्धांतों को अपनाते हुए समाज और राष्ट्र प्रेम की भावना से प्रेरित हो आजादी के आंदोलन की मशाल लेकर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले स्वतंत्रता सेनानी स्व लाला अर्जुन सिंह के सिद्धांत और आदर्श अपनाने के संकल्प के लिए यज्ञ और उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई |
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ कमला अग्रवाल ने उन्हें जीवन भर समाज सेवा और राष्ट्र प्रेम के साथ ही आर्य समाज के सिद्धांतों का अनुसरण करते हुए बुराई व अंधविश्वास के खिलाफ संघर्ष करते हुए देखा गया, यह ईश्वरीय आशीर्वाद का ही परिणाम है |
स्व लाला अर्जुन सिंह की 113 वीं जन्म जयंती के अवसर पर उनके सुपुत्र व प्रसिद्ध समाजसेवी अभिमन्यु गुप्ता के आवास पर यज्ञ का आयोजन किया गया ,यज्ञ के ब्रह्मा वैदिक विद्वान ओमपाल आर्य ने लाला जी का स्मरण करते हुए कहा कि ,आपने महर्षि दयानंद सरस्वती एवं महात्मा गांधी से प्रेरणा लेकर स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लिया और 1942 में अपने सहयोगी लाला मक्खन लाल बंसल, जियालाल बंसल ,चौधरी बुध सिंह ,रामसिंह बुनकर के साथ टटीरी रेलवे स्टेशन को आग के हवाले कर दिया था,उसके उपरांत अंग्रेजी हकूमत ने उनको गिरफ्तार कर जेल में कड़ी यातनाएं दी और उनसे माफी मांगने के लिए दबाव बढ़ाया ,लेकिन उन्होंने साफ इन्कार कर दिया था, आखिर अंग्रेजों को उन्हें छोड़ना पड़ा |
इस अवसर पर शिक्षाविद डॉ कमला ,पूज्य माता श्रीमती रुकमणी देवी ने सभी को आशीर्वाद दिया और दीर्घायु और यशस्वी जीवन की कामना की |आर्य समाज के प्रधान सुरेश जिंदल ,लायंस क्लब के जॉन चेयरमैन दीपक गोयल सचिव एमजेएफ लॉयन पंकज गुप्ता डॉ राम लाल संजय जिंदल सुरेश विभोर तानिया अविरल देव जिंदल सहित समाज के अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया |