सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने हेतु "नो हेलमेट नो फ्यूल" रणनीति की सफलता हेतु जिलाधिकारी ने की बैठक

सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने हेतु "नो हेलमेट नो फ्यूल" रणनीति की सफलता हेतु जिलाधिकारी ने की बैठक

••सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली असामयिक मृत्यु और गंभीर चोटों को रोकने के लिए उठाए जा रहे हैं महत्वपूर्ण कदम
••यातायात पुलिस को एक्टिव होने की जरूरत पेट्रोल पंप के आसपास करी जाए चेकिंग
••चालक तथा सहयात्री पर हेलमेट न होने पर दुपहिया को पैट्रोल नहीं

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बागपत।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने हेतु ,नो हेलमेट नो फ्यूल की रणनीति के संबंध में पेट्रोल पंप संचालकों व संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बताया कि, सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु एवं घायलों की संख्या में वृद्धि के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार व भारत सरकार द्वारा गंभीर चिंता व्यक्त की गई है, इसको रोकने के लिए सड़क सुरक्षा संबंधी जागरूकता जरूरी है। 

जिलाधिकारी ने बैठक में सभी पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देशित किया कि शहरी क्षेत्र में दो पहिया वाहन चालकों को बिना हेलमेट के फ्यूल न दिया जाए व उन्हें इसके प्रति जागरूक भी किया जाए कि,आपका जीवन आपके परिवार के लिए आपके रिश्तों के लिए अत्यंत जरूरी है। घर से निकलते समय हेलमेट अवश्य पहनें, हेलमेट आपका एक सुरक्षा कवच है।

जिलाधिकारी ने पेट्रोल पंप स्वामियों को निर्देशित किया कि ,सभी पेट्रोल पंपों के सीसीटीवी कैमरे सुचारू रूप से क्रियाशील रहें। पेट्रोल लेने आने वाले व्यक्ति को पंपलेट अवश्य दिया जाए ,क्यों हेलमेट आवश्क पहने ,जो इनके जीवन के लिए एक उपयोगी होगा । पेट्रोल पंप स्वामियों तथा संचालको को यह भी निर्देशित किया गया कि बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जाएं किसी भी ऐसे दो पहिया वाहन को पेट्रोल डीजल का वितरण न किया जाएगा जिसके चालक तथा सहयात्री ने हेलमेट नहीं पहना हो।बैठक में कहा गया कि, यातायात पुलिस को पैट्रोल पंप के आसपास एक्टिव होने तथा चैकिंग की ज्यादा जरूरत है।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व पंकज वर्मा ,सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राघवेंद्र सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी अनूप तिवारी, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी अतुल कुमार आदि सहित पेट्रोल पंप डीलर्स उपस्थित रहे।