कलेक्ट्रेट से निकलती हुई कार से हाईवे पर बाइक टकराई, दो घायल
••709 बी हाईवे पर यात्रियों व वाहनों के रोंग साइड आवागमन के कारण भी होती हैं दुर्घटनाएं •• सुभाष चंद कश्यप ने लोगों के निर्बाध आने जाने के लिए दिए सुझाव
संवाददाता नीतीश कौशिक
बागपत ।जिलाधिकारी, सीडीओ या किसी भी विभाग में अगर फरियादी जाते हैं , उन्हें हाईवे से गंतव्य तक आने जाने में वाहनों की तेज गति के बीच से संभलकर निकलना पडता है। बूढ़े, मरीज और महिलाओं के लिए सडक पार करना, उस समय और भी कठिन हो जाता है, जब कोई वाहन रोंग साइड से चल रहा हो। ऐसे में वे अपनी जान पर खेलकर या भगवान् भरोसे ही पहुंचते हैं ।
कलेक्ट्रेट से निकलती हुई एक गाड़ी और दिल्ली सहारनपुर नेशनल हाईवे से आ रही एक बाइक ने कार में टक्कर मार दी, जिससे बाइक सवार गिर गए, दोनों को काफी चोट आई। मौके पर बसों की इंतजार में खड़े लोगों ने मदद को हाथ बढाए तथा एंबुलेंस को सूचना दी। गत लोकसभा चुनाव में निर्दल प्रत्याशी रहे सुभाष कश्यप ने कहा कि, कलेक्ट्रेट, अस्पताल, विकास भवन या कोर्ट में सडक पार कर आवागमन के लिए कोई सुविधा न होने से यहां दुर्घटनाओं की संभावना ज्यादा रहती है, क्योंकि दिल्ली -सहारनपुर नेशनल हाईवे पर बागपत कलेक्ट्रेट का मेन गेट खुलता है, जो एक्सीडेंट का सबसे बड़ा कारण है ।
सुभाष चंद कश्यप ने कहा कि, कुछ समय पूर्व उन्होंने जिलाधिकारी को लिखित निवेदन भी किया था कि, दिल्ली - सहारनपुर नेशनल हाईवे से कलेक्ट्रेट में और जिला अस्पताल में पहुंचने वाले रोंग साइड से आवागमन करते हैं, जिससे एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है। बताया कि ,पहले भी एक्सीडेंट यहां पर हो चुके हैं ,लेकिन सुधार नहीं हो सका है। सुझाव दिया कि, बागपत कलेक्ट्रेट का जो गेट हाईवे पर खुलता है ,वह गेट जिला अस्पताल वाले रोड पर खुले ,तो एक्सीडेंट के केस बहुत कम हो सकते हैं, साथ ही दिल्ली- सहारनपुर नेशनल हाईवे 709 बी पर सही सुरक्षित कट बनाई जाए और उनके लिए संबंधित विभाग द्वारा देखभाल सुनिश्चित की जाए ,जिससे यात्रियों, मरीजों, एंबुलेंस आदि को गंतव्य तक पहुंचने में एक्सीडेंट संबंधी चिंताओं का सामना न करना पड़े।