जयंत चौधरी के राज्यमंत्री स्वतंत्र बनने से युवाओं के भविष्य, किसानों की उम्मीद और वैस्ट यूपी के विकास को मिलेगी गति: राजेन्द्र शर्मा

जयंत चौधरी के राज्यमंत्री स्वतंत्र बनने से युवाओं के भविष्य, किसानों की उम्मीद और वैस्ट यूपी के विकास को मिलेगी गति: राजेन्द्र शर्मा

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बागपत। लोकसभा चुनाव के ऐन मौके पर एनडीए के सदस्य बने रालोद के मुखिया चौ जयंत सिंह भाजपा शीर्ष नेतृत्व ही नहीं, मोदी- योगी के प्रिय और विश्वसनीय बन गये। उसी का नतीजा है कि, जयंत चौधरी को मोदी-3 सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का दर्जा दिया गया।

रालोद सुप्रीम चौ जयंत सिंह ने लोकसभा चुनाव के दौरान भले ही दो सीटों पर हामी भरी हो, लेकिन समझौते को दिल से स्वीकारते हुए यूपी ही नहीं, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में भी भाजपा की डिमांड के अनुसार रैलियों को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान जिन क्षेत्रों में भी जयंत चौधरी गये, संबोधन किया, उनमें से अधिकांश सीटों पर भाजपा जीती। भाजपा सूत्रों ने तो अपनी रिपोर्ट्स में हाईकमान को जयंत चौधरी के गठबंधन धर्म निभाने को बहुत अहमियत दी तथा पार्टी हित के करीब बताया था।यही कारण है कि, बिना किसी शक - सुबाह के जयंत चौधरी मोदी-3 के लिए राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के लिए तय कर लिया गया। 

रालोद नेता व संगठन के राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र शर्मा का कहना है कि, रालोद सुप्रीम के फैसले पर कार्यकर्ताओं ने ईवीएम के जरिये दर्शा दिया था कि, उनके लिए नेतृत्व का हर फैसला स्वीकार है।यही कारण है कि, रालोद कार्यकर्ताओं की ईमानदारी वोट में तब्दील होती गई और राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी भाजपा नेतृत्व की पहली पसंद बने। चुनाव प्रचार के दौरान रैलियों में स्वयं मोदी- योगी ने रालोद सुप्रीम के परिपक्व विचारों तथा वोटरों पर मजबूत पकड का आकलन करने के बाद ही मंत्री मंडल में जगह मिली है, जो युवाओं के भविष्य, किसानों की उम्मीद और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास की मुहिम को साकार करने में भी कारगर साबित होगी।